बड़े बूढ़े का गए हैं कि इंसान कई बार बहुत कुछ पाने की चाह में सब कुछ गवा बैठता है और यह अफगानिस्तान की तीन खिलाड़ियों पर बात सटीक बैठती है जिनका नाम है मुजीबुर रहमान नवीनुल हक और फजल अखबार अफगानिस्तान के तीन ऐसे सितारे जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई नाम कमाया लेकिन जब महत्वाकांक्षाएं पैसे की जरूरत ज्यादा बढ़ गई
तो अफगानिस्तान क्रिकेट ने मानव उन्हें उनकी हैसियत दिखा दी और अब उन्हें कहीं का नहीं छोड़ा है यह खबर अपने आप में बड़ी है और यह जो मैसेज है जो अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने तीन खिलाड़ियों को दिया है शायद आगे आने वाले समय में बहुत सारे क्रिकेट बोर्ड की तरफ से अपने खिलाड़ियों को एक सख्त मैसेज के तौर पर दिया जाएगा
दरअसल नवीन फसल फारूकी और मुजीबुर रहमान ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड से कहा था कि उन्हें नेशनल कॉन्ट्रैक्ट से रिलेटेड वह नहीं चाहते कि नेशनल कॉन्ट्रैक्ट उन्हें मिले यानी कि अफगानिस्तान के लिए बहुत ज्यादा वह खेलने नहीं चाहते थे वह चाहते थे कि दुनिया भर में लिक उन्हें खेलने का मौका मिले लेकिन अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा अच्छा ऐसा है
Naveen, Farooqi और Mujeeb पर Afghanistan Cricket Board ने लगाया BAN
देश ज्यादा पैसा महत्वपूर्ण हो गया तो एक काम करते बेटा तुमको हम ना देश के लिए खिलाएंगे ना तुमको बाहर खेलेंगे 2 साल के लिए एनओसी रोक दिया और केंद्रीय कॉन्ट्रैक्ट से बेटा दिया यानि अपना देश में खेल पाओगे और ना बाहर जाकर किसी देश में ली खेल पाओगे जो हुई है ये डिसिप्लिन के तौर पर कार्रवाई हो यानी की अनुशासनात्मक कार्रवाई जो है वह हुई है अब 3 साल का इनका सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट रुक गया यानी अगले तीन साल तक अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड जो है वो इन्हें कांट्रेक्ट नहीं देखा तो इसका मतलब ये है
कि अफगानिस्तान के लिए खेलते हुए जो पैसे इन्हें मिलते थे वह इन्हें नहीं मिलेंगे और यह उसे कॉन्ट्रैक्ट से बाहर हो गए इसका दूसरा सर यह भी हो सकता है कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड की जो सिलेक्शन होगा उसमें भी शायद इनको प्रायोरिटी नहीं मिलेगी और उनकी जगह दूसरे खिलाड़ियों को प्रायोरिटी दी जाए तो एक तरीके से अफगानिस्तान के लिए खेलते यह लोग काफी कम दिखाई पड़ेंगे लेकिन जो दूसरा जो इन पर सजा का ऐलान किया गया वह ज्यादा महत्वपूर्ण है
उसमें किया गया है कि इन्हें 2 साल तक निक नहीं दी जाएगी अब अगर आप किसी भी देश के लिए खेलने जाते हैं तो आपको या किसी भी देश में लिक खेलने तो आपको एनओसी लेकर जाना पड़ता है नो ऑब्जेक्शन एक तरीके से के लिए और एनओसी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट जो है वह अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड नहीं देगा आप याद कीजिए को लेकर भी पाकिस्तान ने बहुत रुलाया था जब वह हर श्रॉफ ने कहा कि वो टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे
तो अफगानिस्तान से पहले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी निक को लेकर थोड़ा रुलाया था थोड़ा परेशान किया था और इसी वजह से हरदेस्ट रॉक काफी तिलमिल तिलमिल कर रहे थे लेकिन यहां पर तो अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने एक सख्त कदम उठाया जहां पर नेक्स्ट टू इयर्स के लिए उन्हें निक नहीं मिलेगी यानी किसी भी लीग में वह पार्टिसिपेट कर ही नहीं पाए और इसका सीधा जो सबसे बड़ा और सबसे पहला दिन होगा वह होगा फजल हक फारूकी और नवीन उल हक को नवीन औलख हम सब जानते हैं
IPL 2024 खेलना भी मुश्किल
कि लखनऊ सुपरजाइंट्स के लिए खेलते हैं और फसल और फारुख की जो है वह सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हैं लेकिन इन दोनों टीम से खेलने वाले खिलाड़ियों को अगर यह निक नहीं मिली तो फिर उन्हें आईपीएल 2024 में खेलने का मौका नहीं मिलेगा और उसका मतलब यह होता है कि जो पैसे जो मोटी रकम उन्हें आईपीएल खेलने के लिए मिलती वह इन्हें नहीं मिलेगी इस सारे विवाद की शुरुआत होती है जब यह तीनों खिलाड़ी बोर्ड को अपने आप को बताते हैं की फर्स्ट जैन 2024 से इन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया जाए
यानि इन पर किसी प्रकार का अनुबान ना हो दरअसल जवाब सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में होते हैं तो आपको जैसा क्रिकेट बोर्ड कहता है वैसा करना लेकिन इंग्लैंड से स्टूडेंट की शुरुआत हुई थी जहां पर खिलाड़ी जो होते हैं वह सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं होते हैं कई बार वर्ल्ड कप वर्ल्ड कप खेल लेते हैं लेकिन वर्ल्ड कप के अलावा बाकी जो टूर्नामेंट होते हैं वहां पर वह खेलने से कतराते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी बॉडी पर्स का असर पड़ेगा वैसे भी नवीन लाख को हम सभी जानते हैं कि उन्होंने ओडीआई क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था
तो वही कहानी यहां पर उन्होंने T20 क्रिकेट को लेकर दी कि आप 2024 में हमें सेंट्रल कांट्रैक्ट्स रिलीफ कर दीजिए क्योंकि वैसे भी किसी भी क्रिकेट बोर्ड में इत्तू से पैसे मिलते हैं काम उनसे इतना ज्यादा कराया जाता है एक समय खिलाड़ी जब एस्टेब्लिश सुनते हैं तब वह चाहते हैं लेकिन एस्टेब्लिशमेंट के बाद वह उसे बचाना और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड जो हाल फिलहाल में काफी अच्छा कर रहा था उसे शायद ये रिलाइज होगा कि अगर नेशनल बोर्ड को खिलाड़ी तवज्जोब नहीं देते हैं
और इसी तरह से 24 साल 25 साल के बॉलर जो है या बैट्समैन जो है वह संन्यास लेते हैं तो शायद आगे आने वाले समय में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड में बड़ी संख्या में लोग होंगे जो शायद बचना चाहेंगे और इसी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया कहा कि भाई आप तीनों को हम आप नेशनल कॉन्ट्रैक्ट जो आपकी इच्छा है आप वह नहीं देंगे 3 साल के लिए देंगे और उसके बाद हम आपको निक भी नहीं देंगे
और उसके बाद एक क्लियर स्टेटमेंट जारी किया गया जिसमें कहा गया कि यह तीनों खिलाड़ी वह है जो अपने देश से ज्यादा कमर्शियली काम करने को क यानी राष्ट्रभक्ति से ज्यादा पैसों की भक्ति को लेकर ये रुचि दे रहे हैं और क्योंकि नेशनल ड्यूटी नहीं निभा रहे हैं इसलिए हमें लगता है कि हम इनका थोड़ी देर के लिए थैंक यू करते हैं अब इस पर क्या हो सकता है इस पर एक तो यह फैसला हो सकता है कि ये फैसला लिया गया वो 3 साल तक वहां पर जारी रहेगा नेशनल ड्यूटी में और 2 साल तक ली क्रिकेट में और एक ही हो सकता है कि यह लोग माफी ऑफ यू मांगे और अपॉलिजी के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड शायद ने माफ कर दें ।